Not known Factual Statements About sidh kunjika
देवी माहात्म्यं दुर्गा द्वात्रिंशन्नामावलि
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति त्रयोदशोऽध्यायः
धां धीं धूं धूर्जटेः पत्नी वां वीं वूं वागधीश्वरी ।
क्लींकारी कामरूपिण्यै बीजरूपे नमोऽस्तु ते।
देवी माहात्म्यं चामुंडेश्वरी मंगलम्
दकारादि श्री दुर्गा सहस्र नाम स्तोत्रम्
श्री वासवी कन्यका परमेश्वरी अष्टोत्तर शत नामावलि
श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तरशत नाम्स्तोत्रम्
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति अष्टमोऽध्यायः
The daughter on the mountain who is finish in herself, who is additionally traveling within the sky, assistance me attain mastery over the chant with the Goddess of Devi Mahatmya/ more info Saptashati
छठ की व्यापकता में पोखर तालाब से टूटता नाता
ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल
श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि
न कवचं नार्गलास्तोत्रं कीलकं न रहस्यकम्।